Yatharth Geeta - Shreemad Bhagwad Geeta (Hindi)

  • 5.0 (1 rating) ·
  • 20 Want to read
  • 6 Currently reading
  • 2 Have read

My Reading Lists:

Create a new list

Check-In

×Close
Add an optional check-in date. Check-in dates are used to track yearly reading goals.
Today

  • 5.0 (1 rating) ·
  • 20 Want to read
  • 6 Currently reading
  • 2 Have read


Download Options

Buy this book

Yatharth Geeta - Shreemad Bhagwad Geeta (Hindi)

  • 5.0 (1 rating) ·
  • 20 Want to read
  • 6 Currently reading
  • 2 Have read

“यथार्थ गीता” के लेखक एक संत है जो शैक्षिक उपाधियों से सम्बद्ध न होने पर भी सद्गुरू कृपा के फलस्वरूप ईश्वरीय आदेशों से संचालित है | लेखन को आप साधना भजन में व्यवधान मानते रहे है किन्तु गीता के इस भाष्य में निर्देशन ही निमित बना | भगवान ने आपको अनुभव में बताया कि आपकी सारी वृतियाँ शान्त हो गयी है केवल छोटी – सी एक वृति शेष है – गीता लिखना | पहले तो स्वामीजी ने इस वृति को भजन से काटने का प्रयतन किया किन्तु भगवान के आदेश को मूर्त स्वरुप है, यथार्थ गीता | भाष्य मैं जहाँ भी त्रुटि होती भगवान सुधार देते थे | स्वामीजी की स्वान्तः सुखाय यह कृति सर्वान्तः सुखाय बने, इसी शुभकामना के साथ |

Publish Date
Language
Hindi
Pages
388

Buy this book

Previews available in: Hindi

Edition Availability
Cover of: Yatharth Geeta - Shreemad Bhagwad Geeta (Hindi)
Yatharth Geeta - Shreemad Bhagwad Geeta (Hindi)
24-07-1983, Shree Paramhans Swami Adgadanandji Ashram Trust
Hardcover in Hindi

Add another edition?

Book Details


Table of Contents

प्रथमोऽध्यायः (संशय-विषाद योग). १ - २४
द्वितीयोऽध्यायः (कर्मजिज्ञासा). २५ - ६६
तृतीयोऽध्यायः (शत्रुविनाश-प्रेरणा). ६७ - ९४
चतुर्थोऽध्यायः (यज्ञकर्म स्पष्टीकरण). ९५ - १२८
पञ्चमोऽध्यायः (यज्ञभोक्ता महापुरुषस्थ महेश्वर). १२९ - १४२
षष्ठोऽध्यायः (अभ्यासयोग). १४३ - १६२
सप्तमोऽध्यायः (समग्र जानकारी). १६३ - १७६
अष्टमोऽध्यायः (अक्षर ब्रह्मयोग). १७७ - १९४
नवमोऽध्यायः (राजविद्या जागृति). १९५ - २१४
दशमोऽध्यायः (विभूति वर्णन). २१५ - २३२
एकादशोऽध्यायः (विश्वरूप-दर्शन योग). २३३ - २५८
द्वादशोऽध्यायः (भक्तियोग). २५९ - २६८
त्रयोदशोऽध्यायः (क्षेत्र-क्षेत्रज्ञ विभाग योग). २६९ - २८२
चतुर्दशोऽध्यायः (गुणत्रय विभाग योग). २८३ - २९४
पञ्चदशोऽध्यायः (पुरुषोत्तम योग). २९५ - ३०६
षोडशोऽध्यायः (दैवासुर सम्पद् विभाग योग). ३०७ - ३१६
सप्तदशोऽध्यायः (ॐ तत्सत् व श्रद्धात्रय विभाग योग). ३१७ - ३३०
अष्टादशोऽध्यायः (संन्यास योग). ३३१ - ३६२
उपशम. ३६३ - ३८८

Edition Notes

Published in
Shree Paramhans Ashram, Shaktisgad, Chunar, Dist. Mirzapur, (UP), India

The Physical Object

Format
Hardcover
Number of pages
388
Dimensions
8.75 x 5.66 x 0.7560 inches
Weight
600 grams

ID Numbers

Open Library
OL25444195M
Internet Archive
YatharthGeetaHindi

Links outside Open Library

Community Reviews (0)

Feedback?
No community reviews have been submitted for this work.

History

Download catalog record: RDF / JSON
May 22, 2014 Edited by Shree Paramhans Swami Adgadanandji Ashram Trust Edited without comment.
May 22, 2014 Edited by Shree Paramhans Swami Adgadanandji Ashram Trust Edited without comment.
May 22, 2014 Edited by Shree Paramhans Swami Adgadanandji Ashram Trust Edited without comment.
May 22, 2014 Edited by Shree Paramhans Swami Adgadanandji Ashram Trust Edited without comment.
May 22, 2014 Created by Shree Paramhans Swami Adgadanandji Ashram Trust Added new book.